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Name (English):
VEDVYAS MISHRA
Name (Hindi):
वेदव्यास मिश्र
Occupation:
हेड मास्टर ( मिडिल स्कूल )
Education:
बी.एस सी.( बायो.),एम.ए.( हिन्दी ) , डी.एड.
Address:
House no. 15 , ward no. 01, block office malkharoda, distt.- sakti,chhattisgarh
City:
SAKTI
Pincode:
495691
State:
CHHATTISHGARH
Country:
INDIA
About:
कृति- द फ्लाॅवर ऑफ वर्ड (हिन्दी) ब्ल्यूरोज पब्लिकेशन के द्वारा प्रकाशित एवं एक शानदार उपन्यास "नेवला" प्रकाशित होचुका है जो पाठकों के लिए फ्लिपकार्ट, अमेज़ॉन एवं ब्लुएरोज़ वन पर उपलब्ध है
सोशल एक्टिविटी-
फेसबुक पर सक्रिय- आप फेसबुक पर बतौर कवि एवं लेखक बहुत पसंद किये जाते हैं, यहाँ आपकी लगभग 8000 कवितायें,अनगिनत लेख व आत्मकथा के साथ ही साथ बहुत सारी कहानियाँ भी प्रकाशित हैं।
जिनमे विशेषत: मोटिवेशनल लव स्टोरी.. "इश्क़ की परछाई" बहुत प्रशंशनीय एवं सराहनीय रही।
यूट्यूब पर सक्रिय- आप यूट्यूब पर भी सक्रिय रहते हैं जहाँ आप सेल्फमेड सांग एवं सेल्फमेड म्यूजिक एंड कम्पोजिंग करते हैं, जिनमे से लगभग 100 गाने यूट्यूब पर पब्लिश हैं जिनको दर्शकों एवं संगीत प्रेमियों का बहुत प्यार मिला है।
भाषा- आप हिन्दी, छत्तीसगढ़ी एवं भोजपुरी भाषाओँ में लेखन करते हैं।
विशेष- लिखन्तु डॉट कॉम पर आप शुरुआत से ही सक्रिय रहते हैं, जहाँ आपकी 200 से ज्यादा रचनायें प्रकाशित हैं, इसके साथ साथ आप अमर उजाला काव्य के लिए भी लिखते हैं जहाँ आपकी लगभग १४५ रचनायें प्रकाशित हैं।
सम्मान - लिखन्तु डॉट कॉम पर प्रतिष्ठित रचनाकार सम्मान
इसके साथ साथ आपकी रचनाएं "मुझे प्रीत में ये मंज़ूर नहीं" एवं "जीवन में कुछ शायरी तो होनी ही चाहिए" को लिखन्तु डॉट कॉम पर पाठको के द्वारा बहुत सराहा गया जिसके परिणाम स्वरुप दोनों रचनाएं अप्रैल २०२४ की शीर्ष १० रचनाओं में शुमार रहीं।
आपका विचार- जिन्दगी जब हमें स्वयं ही सपने दिखाती है तो हमें सपने भी देखने चाहिए और उसे हकीक़त में भी परिणीत करनी चाहिए..यही जीवन का सर्वश्रेष्ठ एवं अनमोल आनन्द है !!
Hobbies & Interests:
साहित्य, फिल्म, कोरियन ड्रामा, संगीत क्लासिकल एवं फ्यूजन सुनना एवं सिंगिंग, पद्य एवं गद्य लिखना एवं पढ़ना
Other Details:
कल क्या होना है..सिर्फ ये सोचकर आज का मजा किरकिरा न करें तो ये सुखद जीवन के दृष्टिकोण से बहुत अच्छा है !!
इसी तरह जो बीत गया..सो बीत गया..उस बीते हुए कल के बारे में भी लगातार चिन्ता करना अपने वर्तमान की फसल को चौपट करने जैसा है !!
जिस तरह गाड़ी ड्राइवर का सिर्फ सामने देखकर चौकस व मुस्तैद रहना जरूरी है !! हाँ बीच-बीच में थोड़ा बैक मिरर देख लेना कोई बुराई नहीं है मगर सिर्फ बैक मिरर देखकर आगे गाड़ी चलाना बहुत ही खतरनाक है !! ठीक उसी तरह सिर्फ सामने ही देखते रहना और बैक मिरर को बिलकुल नज़रंदाज करना किसी अप्रिय घटना को निमंत्रण देना है !!
चाहे स्थिति जैसी भी हो..वर्तमान को एक द्रष्टा के रूप में देखना व आनन्द लेना ही सुखद जीवन का आधार है !!
...ऑथर वेदव्यास मिश्र