इक बार गले मिल जाते तो,
तेरा क्या चला जाता !!
जीवन के आपाधापी से,
कुछ चैन तो मिल जाता !!
इक बार जहाँ में आये हैं,
इक बार जहाँ से जायेंगे !!
इक तुम भी हो मेरी जानेमन,
इक मैं भी हूँ तेरा ओ साजन !!
तेरे-मेरे मिलने से सनम,
क्या आग लग जाता !!
इक सूरज है इक चाँद भी है,
इक धरती है आकाश भी है !!
इक दिल है और इक धड़कन भी,
इक राह भी है और मंज़िल भी !!
बदनाम भी हो जाते थोड़ी,
तो आखिर क्या जाता !!
सर्वाधिकार अधीन है