रियल लाइफ में मोहब्बत,
ख़ालिस मोहब्बत नहीं है !!
मोहब्बत के साथ दुश्वारियाँ,
और जिम्मेदारियाँ भी तो हैं !!
बेशुमार दिक्कतें भी हैं,
और परेशानियाँ भी तो हैं !!
परेशानियाँ खत्म करते-करते,
मोहब्बत ही विदा हो जाती है !!
अजीब हैं शर्तें ज़िन्दगी की,
मान लो तभी खुश होती है !!
ज़िन्दगी को संजोते-संजोते,
ज़िन्दगी ही बिखर जाती है !!
मोहब्बत कभी भी कल पर न टालिये ज़नाब,
कल के चक्कर में मोहब्बत ही खो जाती है !!
कल के चक्कर में मोहब्बत ही खो जाती है !!
सर्वाधिकार अधीन है