देने वाले ने क्या नहीं है दिया,
देखिये ग़ौर से इस दुनिया को !!
तभी जानेंगे कई हमसे यहाँ,
कम में भी खुश रहते हैं !!
आँखें ना होती तो हम उनको,
देखते कैसे ।
दिल ना होता अगर सीने में,
तो रोते कैसे ।
पूछिये जाके ज़रा उनसे,
जिनका कोई नहीं ।
तभी जानेंगे यहाँ ऐसे भी हैं,
ग़म में भी खुश रहते हैं !!
----वेदव्यास मिश्र
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