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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

वेदव्यास मिश्र जी की हास्य कविता चालीस हो या हो चौवन..

चालीस हो या हो चौवन,
यूँ ही मिलते-मिलाते रहिये !!
जब तक है दिल सीने मे,
यूँ ही हँसते-हँसाते रहिये !!

यूँ तो छत्तीस के बूढ़े भी,
मिल जायेंगे संसार में !!
नब्बे के जवाँ भी मिलेंगे,
बस दिल ये लगाते रहिये !!

जब रूह का प्यार है सच्चा,
तो क्या करना है तन का !!
बचपन हो या हो बुढ़ापा,
बस दिल को जवान रखिये !!

आँखों को दें आज़ादी,
अब क्या होनी बरबादी !!
ना शक की गुंजाइश अब,
जो आये मन की करिये !!

है नब्ज़ चलेगी जब तक,
आशिक़ी रहेगी सलामत !!
अब खुद भी खुशदिल रहिये,
और सबको भी खुश रखिये !!

----वेदव्यास मिश्र


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (8)

+

Muskan Kaushik said

जिंदगी बहुत छोटी है गाते गुनगुनाते रहिए मिश्र जी 👩‍🎤👩‍🎤🤣बहुत अच्छे😍

वेदव्यास मिश्र said

मुस्कान कौशिक जी, सादर सप्रेम आभार 🙏🙏 एक पल की भी ज़िन्दगी मिले तो उसे ऐसी एनर्जी में हमें ज़रूर लगाना चाहिए जिससे हम जीते-जी परमात्मा को उपलब्ध हों !! एक दिन तो सीरियस होके सोना ही है फाइनली !! तो सीररियस होने का मौका तो मरने के बाद भी है मखर हँसने का मौका तो सिर्फ जीते-जी ही है !! नमन सहृदय 🌈🌈

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Jay ho shrimaan Suprabhaat abhinandan Bahut khoob kaha Mahoday

वेदव्यास मिश्र said

पचौरी जी, सादर सप्रेम आभार नमस्कार सुप्रभात भाई साहब 🙏🙏

नूतन प्रजापति said

है नब्ज़ चलेगी जब तक, आशिक़ी रहेगी सलामत bahut khoob Chahe desh k liye ho ya ... ke liye

वेदव्यास मिश्र said

Nootan Prajapati जी, बहुत-बहुत दिल से शुक्रिया आभार सहृदय 💜💜 दिल पड़ते रहना चाहिए 😍😍

डॉ कृतिका सिंह said

Bahut sundar hasya rachna

वेदव्यास मिश्र said

डॉ कृतिका सिंह जी, बहुत खुशी हुई आपकी उपस्थिति पाकर !! परम सौभाग्य नमन आपको..आभार आपका 🙏💝💝🙏

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