संगत रखोगे अच्छा,
पंगत रहेगा अच्छा ।
रंगत रखोगे खुशदिल,
ना होगा कभी पंगा।
ये बात मान प्यारे,
जीवन है दो घड़ी की।
बस इतना फाॅलो कर लो,
हर दम रहोगे चंगा।
पत्नि की बात मानो,
सुख-शान्ति रहेगी ।
ग़र शान्ति खुश रहेगी,
कभी न होगा दंगा।
है चोर जीनियस वो,
पकड़ा कभी न जाये।
कभी आये ग़र मुसीबत,
डुबकी लगाओ गंगा।
----वेदव्यास मिश्र
सर्वाधिकार अधीन है