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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

ना ज़ख्म दिखाना हर किसी को - वेदव्यास मिश्र

ना ज़ख्म दिखाना हर किसी को,
कुरेदेंगे और मजा लेंगे !!
ना मिलेगा पास मलहम किसी के,
पर नमक मिलेगा हर हाथों में !!

सुन्दरता तो है दो दिन की मगर,
सोचते हैं कि होगी सदियों के लिए !!
धोखा है ये सिर्फ नज़रों का,
सिर्फ नज़रों पे हर पल ना जाइये !!
ना दुखड़ा सुनाना हर किसी को,
लोग सुनकर मजा लेंगे !!
समाधान कुछ ना मिलेगा,
आग को और भी वो हवा देंगे !!

जब अपने ही खुद के सगे नहीं,
तो बाहर का क्या भरोसा !!
है फुर्सत किसे आजकल बन्धु ,
देखते ही सब रास्ता बदलेंगे !!
ठगे से रहोगे ग़म बताकर,
पीठ पीछे वो फब्तियाँ कसेंगे !!

----वेदव्यास मिश्र


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सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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रीना कुमारी प्रजापत said

सही कहा आपने हम किसी को अपने गम बताते हैं और सामने वाला हमे कोई responce नहीं देता है जिससे हमे बहुत ही बुरा लगता है इसलिए यही सही है कि जो भी है अपने में ही रखो किसी को बताओ ना क्योंकि लोग पागल समझते हैं

वेदव्यास मिश्र replied

तहे दिल से शुक्रिया आभार मैम रीना प्रजापत जी 🙏🙏 बहुत अच्छा लग रहा है आपकी अनमोल प्रतिक्रिया पाकर !! रचना ही है जिसके माध्यम से हम आपस में जुड़े हैं और उम्मीद है..रचनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से ये भावनाओं का प्रवाह जारी रहेगा !! नमस्कार सधन्यवाद 🌈🌈

Manju Sharma said

Bahut sundar rachna 👍

वेदव्यास मिश्र said

Manju Sharma जी, उत्साहवर्धन के लिए हृदयतल से आभार 🙏💜💜🙏

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