New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मेरे बेबी बाबू सोना (वर्तमान जीवन पर एक हास्य रचना) - वेदव्यास मिश्र


मेरे बेबी बाबू सोना,
मुझसे तो खुश हो ना !!
है तेरी ही ख़ातिर जीना,
अब तेरी ही ख़ातिर मरना !!

शाम ढले तेरा रस्ता निहारूँ,
रात बिना तेरे तन्हा गुजारूँ !!
याद में तेरी सुबह हो गई,
अभी कहाँ हो कैसे पुकारूँ !!
मुझको नहीं भुलाना,
मुझसे तो खुश हो ना !!

प्राणनाथ बस तुम्ही मेरे,
मैंने लिये हैं तुझ संग फेरे !!
जबसे तुमसे नज़र मिली है,
दुर्लभ हो गए दरशन तुम्हरे !!
ना मुझे समझना खिलौना,
मेरे बेबी बाबू सोना !!

----वेदव्यास मिश्र


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत खूब

वेदव्यास मिश्र replied

सहृदय आभार प्रजापत जी 🙏🙏 सादर नमन 🌿🌿

Muskan Kaushik said

बहुत अच्छे 🤣🤣 आज की पीढ़ी का प्यार बस मेरी बेबी मेरे सोना😂

वेदव्यास मिश्र replied

आजकल का तो बस यही चल रहा है..अब जानू शब्द पुराना हो गया है 😁😁 अब तो कहीं बैबी है..तो कहीं बाबू है तो कहीं सोना है !! नमस्कार 🙏🙏

फ़िज़ा said

Aajkal inko Nibba Nibbi ke nam se jana jata hai, jo padhayi likhayi ke samay is Prem dhun m pad jaate hain wo Nibba Nibbi kahlaaye jate hain.

वेदव्यास मिश्र said

फ़िज़ा जी, ये निब्बा-निब्बी किसी काम के नहीं हैं फिर तो !! फालतू हैं फिर तो ये 💜💜 सधन्यवाद, इतनी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए 🙏🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन