तकलीफें आ रही हैं घर में मतलब,
कुछ बेहतर बन रहे हो तुम !!
परेशानी आ रही है घर में मतलब,
बनने हीरा घिस रहे हो तुम !!
सावन में बारिश आने से पहले,
पेड़ों को हिलते देखा होगा !!
चाँद पूरा देखके आसमान में,
लहरों को उठते तो देखा होगा !!
कुछ अच्छा नहीं हो रहा है मतलब,
और बुरा होने से बच रहे तुम !!
ये दुनिया है इक नदिया,
और हमको है पार लगना !!
नाव बढ़े ना आगे दोस्त फिर भी,
पतवार को चलाते ही तू रहना !!
ग़र बारिश होने लगे फिर भी मतलब,
इक योद्धा बन रहे हो तुम !!
----वेदव्यास मिश्र
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




