Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

गजल - कोशिश है बहुत खूबसूरत

कापीराइट गजल

कोशिश है बहुत खूबसूरत

बहुत खूबसूरत है कोशिश इसे बनाए रखना
अपने शब्दों में भी यूं मिठास बनाए रखना

हमारा, क्या है हम तो, जी लेंगे अब यूं ही
तुम ख्वाबों को यूं ही दिल में बसाए रखना

हम मिलें न मिलें अब कहीं पर भी तुम से
यूं इन लबों पर हंसी को तुम बनाए रखना

तुम परेशां ना होना दुख सुख-दुख में कभी
हर एक दर्द को इस दिल में बसाए रखना

छोड़ना न दामन तुम अपनों का कभी भी
अपनों को इस दिल में तुम बसाए रखना

प्यार से मिलना सब से गैर हों या अपने
एक मुस्कान लबों पर, तुम सजाए रखना

हाथ से हाथ मिलाना हर किसी से यादव
ये दिल मिले न मिले हाथ मिलाए रखना
-    लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

श्रेयसी said

वाह-वाह निदा फ़ाज़ली जी का एक शेर याद आ गया कि ---- दुश्मनी लाख सही ख़त्म न कीजे रिश्ता दिल मिले न मिले हाथ मिलाते रहिए । बहुत सुंदर रचना 👌👌 सुप्रभात सादर प्रणाम लेखराम भैया 🙏🙏

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित सुप्रभात एवं सादर नमस्कार मेरी प्यारी बहना, मुझे उस दिन ज्यादा खुशी होगी जिस दिन लोग आपका नाम लेकर कहेंगे कि ये श्रेयसी की गजल का एक शेर है।

कमलकांत घिरी said

अहा! क्या बात है सर जी इतनी बेहतरीन गज़ल के लिए आपको सत सत नमन🙏 "हम मिलें न मिलें अब कहीं पर भी तुम से यूं इन लबों पर हंसी को तुम बनाए रखना..; हम अपने लबों पे हंसी अवश्य बनाए रखेंगे सर जी😊🙏 प्रणाम स्वीकार करें 🙏

Lekhram Yadav replied

जरूर हंसी लबों पर बनाए रखें, आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं नमस्कार

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut hi shresth ghazal Adarneey Yadav Sir...Saadar Pranam 🙏🙏

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात सहित सादर नमस्कार सर आखिर आपके चरण पड़ ही गए हमारे दवाखाने में, आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं स्वागत 🙏🙏

वन्दना सूद said

हाथ से हाथ मिलाना हर किसी से यादव ये दिल मिले न मिले हाथ मिलाए रखना👌👌👏👏🙌🏻बहुत सुंदर सबके लिए प्रेरणादायक रचना

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद वन्दना जी

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन