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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

यल्गार होना चाहिए


हर घर के तरीक़त का कभी यल्गार होना चाहिए।
अब अपनी कहानी का किरदार भी दमदार चाहिए।

अपने सफर के आप ही राही या हमराही हो,
चलना है बहुत दूर हमें चाही या अनचाही हो,
मंज़िल ना भूल जाएं ये एहतियात चाहिए ।
अब अपनी कहानी का यल्गार भी दमदार चाहिए।
हर घर के तरीक़त का......

रास्ता कटेगा सबका गर साथ हो सफर,
किस्से हैं हमारे कुछ ग़म के, खुशी के,
यादों के कारवां का हमें एक साझीदार चाहिए ।
अब अपनी कहानी का किरदार भी दमदार चाहिए।
हर घर के तरीक़त का...

तुम दूर हो या पास मुझको नहीं फिकर,
चाहने - न चाहने की अब बात है दीगर,
नफ़रत नहीं अब प्यार का एहतराम चाहिए।
अब अपनी कहानी का किरदार भी दमदार चाहिए।
हर घर के तरीक़त का....

विजय प्रकाश श्रीवास्तव
नई दिल्ली




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

Ankush Gupta said

तुम दूर हो या पास मुझको नहीं फिकर, चाहने - न चाहने की अब बात है दीगर, नफ़रत नहीं अब प्यार का एहतराम चाहिए। अब अपनी कहानी का किरदार भी दमदार चाहिए। Bahut khoob 👌👌✍️✍️

विजय प्रकाश श्रीवास्तव replied

रचना आप को पसंद आयी. मेरे उत्साह वर्धन के लिए श्री अंकुश गुप्ता जी का आभार. 🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत उम्दा रचना श्रीवास्तव सर वास्तव में सबकी अपनी कहानी का किरदार दमदार होना चाहिए, उत्तम रचना, आपके यादों के कारवां में मैं भी जुड़ना चाहूंगा होसकता है मेरी कहानी का किरदार भी दमदार हो जाये और शायद मुझे भी अपनी मंजिल मिल जाए -- प्रणाम स्वीकार करें महोदय 🙏 🙏

विजय प्रकाश श्रीवास्तव replied

श्री अशोक कुमार पचौरी जी आप को नमस्कार एवं धन्यवाद. रचना पढ़ने एवं पसंद करने के लिए. मेरे यादों के कारवां के साथी होने के साथी होने के प्रस्ताव का शुक्रिया, आभार 🙏🙏

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