सृजन का जादू
डॉ.एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
कवि की कल्पना में है सृजन का जादू,
जो साधारण को भी बना दे अनूठा साधु।
मिट्टी के कण-कण में भर दे कहानी,
और पत्थरों से भी बुलवा दे वाणी।
वह प्रकृति के हर रूप को नया अर्थ देता है,
फूलों की मुस्कान को, नदियों का कलकल कहता है।
शांत सरोवर में भी देखता है गहराई,
और ऊँचे पर्वतों में, अनंतता की सच्चाई।
वह शब्दों से रचता है इंद्रधनुषी रंग,
भर देता है जीवन में अद्भुत उमंग।
उसकी हर पंक्ति में छिपा है एक दर्शन,
जो जगाता है मन में, नया सा स्पंदन।
तो कवि की कल्पना का करो सम्मान,
यह जीवन को देती है अद्भुत पहचान।
यह वास्तविकता की सीमाओं से परे,
एक सुंदर और नवीन दुनिया करे।