उनके नैना भी है उम्र भर के निशां,
देखते ही मेरा यह दिल आ गया,
उनके नैना भी हैं उम्र भर के निशां,
देखते ही मेरा यह दिल आ गया,
यादें माला भी हैं पहनो अभी,
यादें माला भी हैं पहनो अभी,
सांसें आँखों में हैं देखो अभी,
उनके नैना भी हैं उम्र भर के निशां।।
मेरे दिल में भी तुम बसेरा रखो,
भीगी आँखों से ना तुम देखा करो,
चलते चलते यूं सफ़र में रह जाएंगे।
उनके नैना भी हैं उम्र भर निशां।।
- ललित दाधीच