शैतानों की क्रूरता,
हद को पार कर गयी।
चार ईमानदारों की,
जिंदगी लील गई।
प्रताड़ित करते-करते,
इतना मजबूर कर दिया।
फंदा बनाकर,
वह पंखे से लटक लिया।
बच्चे बिलख रहे,
खून के आंसू पी रहे।
जागो अब तो जागो,
कुछ तो अब बोलो।
वरना नरभक्षी बन,
एक एक को निगल जाएगा।