नशे में लिप्त
शिवानी जैन एडवोकेटbyss
आँखों में खोया सा सपना अधूरा,
नशे की धुंध में डूबा हर इरादा।
जोश ठंडा, उमंगें सोई सी,
युवा शक्ति नशे में खोई हुई सी।
ज्ञान की प्यास बुझती नहीं अब,
किताबों से दूर, भटकते कदम।
वैज्ञानिक सोच दम तोड़ देती है,
जब मन नशे के वश में होता है।
देश की प्रगति की गति है धीमी,
क्योंकि युवा पीढ़ी है नशे की रोगी।
निर्माण की जगह विनाश दिखता है,
जब युवा शक्ति नशे में लिप्त होता है।
उठो मेरे युवा साथी, करो प्रयास,
नशे को तज दो, बदलो यह अहसास।