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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मेरा वक्त भी तू बाईएसएस

मेरा वक्त भी तू बाईएसएस
मेरा वक्त भी तू
जो लिखूं सिर्फ तेरे लिए
मेरा वक्त भी तू
मेरी खुशियों के मीनार भी तू
मेरा वक्त भी तू
मेरे सुख-दुख मैं जीने की वजह भी तू
मेरा वक्त भी तू
मेरी किताब के हर‌ पन्ने का अल्फाज भी तू
मेरा वक्त भी तू
जब से तू मुझे मिला मेरी जिंदगी की कहानी ही तू बन गया
मेरा वक्त भी तू
तुझे सोचूं तुझे लिखूं तुझे महसूस करु यही जिंदगी है मेरी
मेरा वक्त भी तू
मेरे जीने की वजह भी तू
मेरा वक्त भी तू
हर लम्हे में तो मेरे हर एक सांस में तू हर धड़कन में तू
मेरा वक्त भी तू




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

bahut sundar Rachna, ise padhne ke baad bahut pahle likhi apni khud ki ek kavita yaad aagyi ...aap tak pahuch paa raha hu to padhiyega jarur ... halanki aapki rachna ke mukable wah kuch nahin hai lekin prasang lagbhag lagbhag ek hi, isliye aapke kavi hraday tak pahuchana chahta hun https://www.likhantu.com/mere-shabd/ashok-pachauri-tum-hi-tum-love-immotions

Devendra Yadav said

बहुत सुंदर लिखा है लेकिन यह By S S kya h iska arth smjh nhi aarha

कमलकांत घिरी said

बहुत सुंदर रचना 👌

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