खुजली लाल की खटाई- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात "
ज़रा सुनिए एक कहानी, हास्य से भरपूर, खुजली लाल ने खाई खटाई, हुआ बड़ा गड़बड़ गोर।
खुजली लाल नाम सुनकर, हंसी छूट जाएगी, क्योंकि ये नाम ही इतना अजीब है, कि भूल नहीं पाओगे।
खुजली लाल था बहुत ही अजीब किस्म का आदमी, सब कुछ खा जाता, बिना सोचे समझे कभी।
एक दिन उसने देखा, खटाई रखी हुई है, मन में आया, इसे चखकर देखूं, कैसा स्वाद है।
बिना कुछ सोचे समझे, खटाई उठा ली, और एक ही घूंट में, सब पी गया।
लेकिन जैसे ही खटाई गले से नीचे उतरी, खुजली लाल की हालत हुई खराब पूरी।
नाक से पानी बहने लगा, आंखें लाल हो गईं, जीभ पर झनझनाहट सी होने लगी।
खुजली लाल को लगा, कि अब तो मौत आ गई, दौड़ा-दौड़ा पानी लाया, और मुंह धोया।
पर कुछ फायदा नहीं हुआ, हालत और भी बिगड़ गई, खुजली लाल को लगा, कि अब तो मर ही जाएगा।
तभी उसकी नजर पड़ी, एक डॉक्टर पर, दौड़ा-दौड़ा डॉक्टर के पास गया।
डॉक्टर ने उसकी हालत देखी, और हंस पड़ा, बोला- ये क्या किया तुमने, खटाई पी ली।
खुजली लाल को लगा, कि अब तो सब कुछ खत्म हो गया, पर डॉक्टर ने उसे दवा दी, और आराम करने को कहा।
कुछ दिनों बाद, खुजली लाल बिल्कुल ठीक हो गया, लेकिन अब वो खटाई से दूर-दूर तक भागता था।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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