कापीराइट गीत
काश तू होती राधा मेरी और मैं तेरा कन्हैया
रास रचाते मिल कर दोनों करते ता-ता थैईया
काश मैं होती राधा तेरी और तू मेरा कन्हैया
रास रचाने मिल कर दोनों करते ता-ता थैईया
तेरे यौवन की मस्ती यूं मेरे दिल पर छाई है
मेरे घर के आंगन में यह घटा निराली छाई है
आओ बारिश की बूंदों में कर लें ता-ता थैईया
रास रचाते मिल कर -------------
पीपल का यह पेड़ जो होता मेरे घर के आगे
प्रेम रंग में रंग जाते हम बांध के कच्चे धागे
आओ बन कर रास रचाएं राधा और कन्हैया
रास रचाते मिल कर ---------------
बैठ के पीपल के नीचे हम दोनों रोमांस करें
एक दूजे की बाहों में डालके बांहे डांस करें
आ जमना की लहरों पर कर लें ता-ता थैईया
रास रचाते मिल कर --------------
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है