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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

बिछड़ गए हम अकस्मात

हाथों में हाथ, चाँदनी रात,
चोरी छिपे हमारी मुलाकात,
बैठ के दोनों यूँ पहरों पहर,
किया करते थे, दिली बात।

देख के आँखों ही आँखों में,
एक-दूजे को बताते हालात,
दुःख चाहे जिसका भी हो,
गले लगकर होती बरसात।

झुकी पलकें, लब खामोश,
महसूस करते थे जज्बात,
कितना सुकूँ भरा ये पल,
प्रेमियों की चाह ये हयात।

देखते रहते थे दोनों बाट,
उसका आना ज्यों सौगात,
साझा करते थे, मनोभाव,
सुना करती सब कायनात।

नसीब नहीं मिला हमारा,
मिलते थे हमारे ख्यालात,
रचा खेल नसीब ने ऐसा,
बिछड़ गए हम अकस्मात।
🖊️सुभाष कुमार यादव




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

श्रेयसी said

बहुत ख़ूब बहुत सुंदर बहुत मार्मिक रचना 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद श्रेयसी जी।🙏🙏

सुप्रिया साहू said

बहुत सुंदर रचना सुभाष सर 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सुप्रिया जी।🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

मीठी यादों को समेटे खूबसूरत रचना, वाह।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद समदिल सर।🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

वाह! वाह! बहुत ख़ूब सुभाष जी! बेहतरीन!

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सर जी।🙏🙏

उपदेश कुमार शाक्यावार said

अति सुन्दर रचना, आपको सादर प्रणाम

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सहित सादर प्रणाम उपदेश सर।🙏🙏

शिवचरण दास said

बहुत khub

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद दास सर।🙏🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

वाह! कितनी मोहब्बत भरी और दिल को छू लेने वाली रचना… आदरणीय यादव सर जी, हर शेर में प्यार का जादू और बिछड़न की कसक बेमिसाल तरीके से उकेरी है! ❤️🌙👏, भाषा शिल्प एवं प्रवाह का अद्भुत प्रयोग
आदरणीय यादव सर जी को सादर प्रणाम

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