लालच के जाल में फंसे,
नैतिकता को भूला दिया।
अंधेरे रास्तों पर चलते,
खुद को ही गुमराह किया।
समाज का ताना-बाना बिगाड़ा,
विश्वास को तोड़ा।
अपने ही हाथों से ,
अपना घर बर्बाद किया।
कानून के शिकंजे से बचने,
रात दिन करते हैं प्रयाण।
परंतु अंत में पकड़े जाते,
मिलता है कठोर दंड।