कहते हैं आज कल 3 बच्चे होने के बाद भी महिलायें भाग जा रही हैं मगर क्यों...?
अगर भाग जा रही हैं...ऐसा होने से पहले संभाल लो उससे..!!
मैंने तुम्हारी औरत को चुराया नहीं, उसे तुमसे दूर ले गया।
याद है वो दिन जब तुमने पूरा दिन गुज़ार दिया बिना उसकी खबर लिए...?
मैंने हर पल उसकी खैरियत पूछी, ये जानने के लिए कि वो ठीक है या नहीं।
जब तुमने उसे नज़रअंदाज़ किया और ध्यान नहीं दिया,
मैंने उसे अपना वक्त दिया, जब उसे किसी की ज़रूरत थी।
मैंने उसके दिल की बात सुनी, जब उसे कुछ कहने वाला चाहिए था।
मैंने उसे अपना कंधा दिया, जब वो टूटकर रोना चाहती थी।
जितनी बार तुमने उसे चोट दी, उतनी ही बार वो मेरी बाहों में सुकून पाने लगी।
जब तुम समझते रहे कि वो रात भर रोती रही,
मैं ये यकीन दिलाता रहा कि वो बिना टूटे दिल और बिना आंसुओं के सो सके।
जब तुम सोचते थे कि वो तुम्हारे लिए तड़प रही है,
हम दोनों एक-दूसरे के साथ हँसी-मज़ाक में खोए हुए थे –
तुम हमारे ज़हन में कहीं भी नहीं थे।
मर्दों, कभी अपनी औरत को इस तरह मत देखो जैसे उस पर कोई और दिल नहीं हार सकता।
अगर तुम उसकी मोहब्बत और इज़्ज़त की कदर नहीं करोगे, तो कोई और करेगा 'उपदेश'।
हर औरत को प्यार की ज़रूरत होती है।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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