💐Dedicated to my mummy papa💐
💐Happy parent's day 💐
आपके एक - एक ज़ख़्म का हिसाब रखती हूॅं,
आपके गुनाहगारों को सज़ा की,दुआ करती हूॅं।
जिसने भी ज़ख्म दिया है,मरहम भी वही बनेगा,
ख़ुदा से उन लोगों के ऐसे हाल की,गुहार लगाती हूॅं।
आपका हर दर्द ख़ुद के नाम करने को जी चाहता,
आठों पहर उन्हें आपकी सलामती को पुकारती हूॅं।
वो सब ले आऊॅं फिर से जो भी आपने खोया,
समय को पलट पीछे, फिर सब ठीक कर देती हूॅं।
चाहती हूॅं आपकी ज़िंदगी को फूलों सी महकाना,
सारे दुखों को हटा खुशियों की बरसात ले आती हूॅं।
✍️ रीना कुमारी प्रजापत ✍️
सर्वाधिकार अधीन है


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







