श्रावण मास शुभारंभ हुआ था कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि से।
आषाढ़ था जाता आशीर्वाद दे गुरुपूर्णिमा के पूर्ण शशि से। 1
कृष्ण त्रयोदशी पावन श्रावण की ले आई है महाशिवरात्रि।
महाअभिषेक होगा शिवजी का अर्पित कर पुष्प बेलपत्री। 2
पंच वार इस बार मिले है सोमवार करने को भक्ति।
बढ़ता व्रत देता है सुविधा वृद्धि कर सामर्थ्य शक्ति। 3
शुरू हुआ जब मास पड़ा था सोमवार ही था वह दिन।
अति प्रसन्नता मुझे हुई अंत पूर्णिमा सोमवार दिन गिन। 4
वाह-वाह भोले शिव शंभू हे दीनानाथ हे पशुपति.......।
श्रावण तेरा मास आस मुझे तेरी दरस दे दो अब ही.......। 5
दरस दे दो अब ही.......।
दरस दे दो अब ही.......।
_______मनीषा सिंह