कविता : आप को देखने को तरसे....
बताओ तो सही
हो किधर ?
आप आओगी
कब इधर ?
आसमान से
बादल बरस रहे
हम तो आप को
देखने को तरस रहे
आ भी जाते क्या
फरक पड़ता ?
हम दोनों का
प्यार ही तो बढ़ता
हम दोनों का
प्यार ही तो बढ़ता.......
netra prasad gautam