कहता कौन है अपने अपने फन में डूबे हैं लोग।
अपनी अपनी खुशबू पर जिरह कर रहे हैं लोग।।
तबियत नाशाद हुई खुशबू की इलर्जी के वजह।
अदालत बुलाई जिसने उसमें मौन खडे़ हैं लोग।।
निर्णय निकलने वाले अनजान दिखे खुशबू से।
तकदीर बनाने वाले 'उपदेश' झगड़ रहे हैं लोग।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'