🌧️रिमझिम सावन 🌧️
सावन रिमझिम बरसा जाए
काली घटा घिर घिर आए
घोर घनेरा घम घम बाजे
तिमिर मध्य तड़ित चला दें
ऊफनी नदियां ताल तलैया
सरिता कल-कल करती गाए
वेंगा तलैया बीच टर-टराये
उछल कूद देखो मौज उडाये
आओ सखि री गीत सावनी गायें
सावन की रिम झिम फुहारें
मिट्टी में सोंधी खुशबू जगायें
किसान क्यूं फूला ना समाये
सावन रिमझिम बरसा जाए
काली घटा घिर घिर आए
✍️#अर्पिता पांडेय