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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

फिर आयी सेल

आज अखबार में
लंबा विज्ञापन है आया
फलां ब्रांड ने फलां मॉल
में भारी सेल लगाया

पचास प्रतिशत
तक मिलेगी छूट
ऑफर की वैधता होगी
स्टॉक खत्म होने तक

फिर क्या था,
मच गई खलबली
बच्चे, बूढे और जवान,
सबकी फरमाइशें निकली

चादर से लेकर रूमाल
कमीज , पैंट और शॉल
समान की सूची बनती रही
हमारी धड़कन बढ़ती गई

वहां पहुंचें तो लगा
जैसे कुंभ का मेला
इतनी धक्का मुक्की को तो
डीटीसी बस में भी नहीं झेला

पब्लिक जो हाथ
आए लपेट रही थी
थैले भर-भर के
चीजें समेट रही थी

तभी आई बड़ी पुत्री
पापा, दो लेने में दो हैं मुफ्त
आप भी कुछ पसंद करें
उठायें सेल का लुत्फ़

बीवी बोली मैं
तीन कुर्तियां लूंगी
एक नवरात्र दूसरी दशहरा,
तीसरी किट्टी में पहनूंगी

समान लेकर पहुंचे बिल चुकाने
काउंटर पर बैठी महिला बोली
पाॅच हजार और खर्च करें
बीस प्रतिशत और डिस्काउंट लें

सुनते ही पत्नी और सुपुत्री
ने तुरंत पाॅव मोङे
एक बाएँ, दूसरा दाएँ
काउंटर की तरफ दौङे

आधी दुकान खरीद कर
पहुॅचे हम सब घर
सारी शापिंग निकाल कर
फैलायी बिस्तर पर


कमीज थी तीन
पैंट एक भी नहीं
दुपट्टा लिया धानी
सलवार थी बैंगनी

लेते समय जाने कहां
था ध्यान हमारा
बेमेल रंगो से अब
कैसे होगा गुजारा

बीवी बोली कोई नहीं जी
इनको रखते हैं अंदर
जोड़ा पूरा कर लेंगे
अगली सेल आने पर

चित्रा बिष्ट
(मौलिक रचना)




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Lekhram Yadav said

बहुत खूबसूरत सेल लगाती हो चित्रा जी, आपकी सेल और मोल भाव करने की कला के हम मुरीद हो गए हैं। आपको सादर नमस्कार।

Arpita pandey said

Sail to bdi acchi lagayi h apne Vaah bahut accha likha hai aapne Chitra ji

Chitra Bisht replied

Thank you so much 🙏

वन्दना सूद said

Wah wah !!अच्छे डिस्काउंट में फसे😂

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Wow very beutiful bahut khoob aisi sale pata nahi ab kabhi aaye na aaye ...

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