मुझे मंजिल पता है मेरी,
क्योंकि मुझे रुकना आता नहीं,
अगर तू साथ है मेरे,
तो मुझे झुकना आता नहीं,
अब तू ही सवारेगा तकदीर मेरी,
क्योंकि मुझे उलझना आता नहीं,
एक दृढ निश्चय और संकल्प लेकर चल दिया हूं,
क्योंकि मुझे रुकना आता नहीं,
मुझे रुकना आता नहीं........कवि राजू वर्मा
सर्वाधिकार अधीन है