👉 बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मुसद्दस मख़बून महज़ूफ़ मक़तू
👉 वज़्न - 2122 1212 22
👉 अरकान - फ़ाएलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन
👉 काफ़िया - आल
👉 रदीफ़ - रहने दो
रुख़ पे थोड़ा मलाल रहने दो
रूह में कुछ सवाल रहने दो
रौशनी छीन लेगी ये दुनिया
दिल में थोड़ा उजाल रहने दो
कौन बर्बाद हो मोहब्बत में
बे-वज़ह का वबाल रहने दो
हिज्र में भी सुकून हासिल हो
इश्क़ में वो कमाल रहने दो
बे-वज़ह की तलाश ठीक नहीं
ख़ुद से मिलना मुहाल रहने दो
दोस्ती में या दुश्मनी में सही
राब्ता तुम बहाल रहने दो
वक़्त से 'शाद' जीतना है गर
हौसलों में जलाल रहने दो
• मलाल - दुःख, रंज, regret, grief, sadness,
• उजाल - चमक, brightness
• वबाल -मुसीबत, विपत्ति , misfortune, curse
• मुहाल - असंभव, नामुमकिन, impossible
absurd
• बहाल - कायम, in the normal state, as before, in status quo
• जलाल - श्रेष्ठता, वैभव, greatness, dignity