प्राकृतिक सौंदर्य
यह चित्रकार की कोई कला नहीं है जो रंगों से सजी है
प्रकृति की वो ख़ूबसूरती है जिससे पूरी धरती सजी है
बादलों से छटती सूरज की किरणें हैं जो आसमाँ में रंग बिखेरती है
और हर पल जला रही है चित्रकार को
मानो कह रही हो कि इससे खूबसूरत चित्रकला बनाने की कला नहीं है,किसी में ।
वन्दना सूद