कोशिशें ना कर मुझे हराने की, मैं हारने वालों में से नहीं हूॅं। (2)
कब तक पीछा करेगी मेरा तू,
मैं तुझसे चार कदम आगे चलने वालों में से हूॅं .......
कोशिशें ना कर मुझे अपना नाच नचाने की, मैं कोई कठपुतली नहीं हूॅं। (2)
कब तक मुझे अपने वश में करने की कोशिश करेगी तू, मैं तुझसे चार कदम आगे चलने वालों में से हूॅं...........
कोशिशें ना कर मुझसे आगे निकलने की, मैं पीछे रहने वालों में से नहीं हूॅं। (2)
कब तक कोशिशें करेगी मुझे पीछे छोड़ने की तू,
मैं तुझसे चार कदम आगे चलने वालों में से हूॅं........
कोशिशें ना कर मेरे अरमानों को मिटाने की, मैं कुछ छीन जाने पर रो कर बैठने
वालों में से नहीं हूॅं। (2)
कब तक करेगी कोशिशें मेरे सपनों को रौंदने की तू,
मैं तुझसे चार कदम आगे चलने वालों में से हूॅं.........
"रीना कुमारी प्रजापत"