झाडियाँ घेरे हुए सूरज की तपिश रोके।
झर-झर कर रोशनी आ जाए धूप रोके।।
विचार गुँथे दिमाग में झाडियों की तरह।
सही हल पर पहुँचना इसको कौन रोके।।
शरीर को जरूरत विटामिन की 'उपदेश'।
झाडियो से निकल फिर कोई नही रोके।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद