हमनें शायद कोई ग़लती करके उन्हें दर्द दिया है ,
शायद इसीलिए वो हमें भूल रहे हैं ।
क्या खता हमसे हुई ,क्या गलती हमने की,
ये हमको नहीं है पता।
हम उनकी याद में रोते रहते हैं सदा
और क्या खता हमसे हुई
सोचते रहते हैं हर दफा।
वो हमें क्यों भूल रहे हैं ये हमें नहीं है पता,
क्या ऐसा गुनाह हुआ है कि वो हो गए हमसे खफा,
वो हमें क्यों नज़र-अंदाज़ कर रहे हैं।
वो क्यों हमसे बात नहीं कर रहे हैं।
वो चाहे भूल जाए हमें ,
हम उन्हें ना भूल पाएंगे।
हम तो उन्हें ना भूल पाएंगे।
हमनें शायद ................।
----रीना कुमारी प्रजापत