ज्ञान की ज्योति
शिवानी जैन एडवोकेटbyss
भारत देश महान, जहाँ सभ्यता का हुआ आरंभ,
ज्ञान की ज्योति जली, हर हृदय में प्रेम का प्रारंभ।
विविधता में एकता का सुंदर संगम दिखता यहाँ,
हर रंग, हर भाषा में गौरव का ही उज्ज्वल निशाँ।
यहाँ ज्ञान की धारा बही, प्रेम की सरिता है पावन,
अनेकता में एकता का दिखता है सुंदर सावन।
हर रंग, हर भाषा का होता है आदर यहाँ पर,
भारत की महानता का गाते हैं हम सादर यहाँ पर।
ये धरती अपनी प्यारी भारत, युगों-युगों से है महान,
ज्ञान और प्रेम का अद्भुत संगम, हर हृदय में इसका मान।
विविधता में एकता का सुंदर प्रतीक है ये दुनिया में,
हर रंग, हर भाषा में गौरव का अमर है ये कहानी दुनिया में।