तुम से दूर रहकर, तेरे दिल में रहना ही मेरी नजाकत है,
ख्वाब, याद बनकर तेरी ख्वाबों, आंखों में बसना शरारत है मेरी,
पास, करीब ना होते हुए भी मुझे अपने पास पाओगी ,
इसलिए अहसास बनकर तेरे दिल में रहना आदत है मेरी
----डी ऐन चौबे
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पास, करीब ना होते हुए भी मुझे अपने पास पाओगी ,
इसलिए अहसास बनकर तेरे दिल में रहना आदत है मेरी
----डी ऐन चौबे