प्रेम प्रवाह का चलने वाले मात पिता
मेरे तुम हो फर्ज राह की चलकर आए
जीवन को नई राह दिखाएं मात पिता
मेरे तुम हो तुम ही से मेरा जीवन दर्शन
तुम ही से मेरा भाव सुमंगल
चरण तुम्हारे मेरी दुनिया
तुम ही मेरे हो अंगरक्षक
जब जब मैं इस जग में आऊं
तुम ही से अपना भाग्य मैं पांउ
बचपन में जब रोता आऊं
आंचल में तेरे छुप जाऊं
जब जब मैं इस जग में आऊं
उस ईश्वर का रूप तुम ही हो
अब तो मेरा रूप ही हो
तुम ही मेरे जीवन दर्शन
मात-पिता मेरे तुम हो