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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

सफलता का मूल मंत्र - मौलिकता

एक बार की बात है, एक जंगल के बड़े तालाब में दीनू नाम का एक होशियार और चालाक मगरमच्छ रहता था। दीनू बहुत ताकतवर नहीं था, और शिकार करना उसके लिए बहुत मुश्किल था। वह उन दूसरे मगरमच्छों से ईर्ष्या करता था जो आसानी से अपना भोजन जुटा लेते या छीन लेते थे। एक दिन, उसने एक बुद्धिमान गीबा बूढ़ेगीबा। गीबा सारस को चोरी का भोजन खाते हुए देखा।
"तुम्हें यह कैसे पता चला?" दीनू ने मासूमियत का दिखावा करते हुए पूछा।
दीनू से सावधान होकर,गीबा सारस ने समझाया, "मैंने एक बच्चे पक्षी के रोने की नकल करके एक मछुआरे को धोखा दिया। उसने भोजन को बाहर फेंक दिया, यह सोचकर कि मैं उसकी माँ हूँ।"
दीनू के दिमाग में एक विचार उछला। अगले दिन, वह भी एक मछुआरे के पास खड़ा हो गया और एक बच्चे पक्षी के रोने की नकल करके उसे पूरी तरह से दोहराया। मछुआरे ने मूर्ख बनकर कुछ भोजन को बाहर फेंक दिया। दीनू ने खुशी से उसे छीन लिया।
खुश होकर, दीनू ने बूढ़े सारस गीबा की चाल का इस्तेमाल करना जारी रखा। लेकिन अभ्यास के बिना, उसकी आवाजें बेढंगी थीं। कुछ प्रयासों के बाद, मछुआरे को एहसास हुआ कि यह एक मगरमच्छ था। दीनू, उजागर हो गया, भूखा और अपमानित रह गया।
निराश होकर दीनू तालाब में वापस चला गया। उसने गीबा सारस को देखा और शर्मिंदगी से अपनी नकल करने की बात स्वीकार की।गीबा सारस ने ठहाका लगाया। "सच्ची बुद्धि आपके अपने दिमाग से आती है, दीनू। दूसरों की नकल करने से केवल उथले लाभ और अंततः हसी का पात्र ही बनाना पड़ता है।"
दीनू को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने अपने शिकारी कौशल का अभ्यास करना शुरू किया और जल्द ही अपनी योग्यता के आधार पर उसने भोजन पाना शुरू कर दिया। वह भले ही सबसे ताकतवर न रहा हो, लेकिन उसकी अपनी चतुराई ने उसे सम्मान और पेट भर भोजन दिलाया।

यह कहानी हमें सिखाती है कि सफलता का मूल मंत्र है विचारों को चुराना आसान लग सकता है, लेकिन सच्ची उपलब्धि और सम्मान हमारी अपनी मौलिकता और कड़ी मेहनत से आता है।




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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कमलकांत घिरी said

बहुत...बहुत ही सुंदर कहानी है मैम और इसमें जो सीख छुपी है उसका तो कोई जवाब नहीं, तालियां...🙌👏👏👏

डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" replied

धन्यवाद 🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut achhi shikshprad kahani Dr Mam, Maulikta ka achha udahharan pesh kiya hai kahani ke madhyam se pranaam sweekar karein.🙏🙏

डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" replied

धन्यवाद 🙏

Vineet Garg said

बहुत सुन्दर कहानी अच्छी एवं शिक्षाप्रद

डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" replied

धन्यवाद 🙏

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