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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

भक्ति रस

जिस दिन अपने द्वारा कोई भी अच्छा कार्य हो जाए
उस दिन को ही अपना शुभ दिन समझना चाहिए ॥
*******
नाम जप से मन को ऐसे रंग लेना
कि प्रभु भी हमारा संग पाना चाहें ॥
********
जिनके प्रभु स्वयम् सारथी बने हों
उनको स्वार्थी नहीं सबका सारथी बनने की राह ही चुननी चाहिए॥
*********
हमारी बेहिसाब ख्वाहिशों की हर राह
आपके दर से ही होकर गुज़रती हैं
स्वीकार होगी या ठुकराई जाएगी
यह तो नहीं जानते
लेकिन इतना यकीन है कि
आपकी रज़ा में हम राज़ी
और आप हमारे चेहरे पर झलकती ख़ुशी से राज़ी ..
✍️✍️वन्दना सूद✍️✍️




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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Lekhram Yadav said

माफ कीजिए वन्दना जी मेरी राय इस विषय में कुछ अलग है, कोई भी दिन या वार खराब नहीं होता, सभी दिन और वार अपने क्रम पर ही आते हैं और चले जाते हैं। जिन्दगी में हम शब्द अच्छा या बुरा प्रयोग करते हैं, दिन या वार अच्छा है या बुरा, यह हमारी सोच के अनुसार होता है, अगर सोच नकारात्मक है तो दिन या वार खराब या बुरा होता है और यदि सोच सकारात्मक है तो दिन या वार अच्छा होता है। यह हमारी सोच ही है जो चीजों को अच्छा या बुरा बनाती है। वैसे आपने अपनी तरफ से बहुत सुन्दर प्रयास किया है भक्ति रस को समझाने में, आपको सादर नमस्कार।

वन्दना सूद replied

नमस्कार sir आपने जो भी लिखा बहुत सही लिखा मेरी भी हमेशा से यही सोच रही है लेकिन मेरा यहाँ अच्छा कार्य और शुभ दिन से मीनिंग अलग था जो मैं सही से शायद व्यक्त नहीं कर पायी ।मुख से अच्छा बोल कर,वाणी की मिठास ,दान ,सेवा ,सहायता आदि ऐसे कार्य जो हम अपनी दिनचर्या बना सकते हैं यह दो पंक्तियों इन सब को explain करने में कामयाब नहीं हुईं 😊धन्यवाद अपने विचारों को दिल से लिखने के लिए 🙏🙏

कमलकांत घिरी said

बहुत सुन्दर शब्दों से यह रचना लिखी मैम बहुत अच्छी रचना है, प्रणाम🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

वेदव्यास मिश्र said

आपकी भावपूर्ण रचना काबिलेतारीफ है मैम..आपकी रचनात्मक शक्ति को और भक्ति को नमन !! सकारात्मक बूस्टर रचना..जिससे पढ़कर मन को आनन्द मिला 👌⭐⭐👌

वन्दना सूद replied

धन्यवाद sir 🙏

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