सबसे पहचान हो गई
सबसे नाता जुड़ गया
जो कुछ मेरा है और नहीं भी है
उससे परिचय हो गया
सब मेरे आँखों के सामने
मेरे विचार कल्पनाओ मे
मेरे करीब
मेरे आस-पास
मेरे ह्रदय में
सारी कायनात का परिचय हो गया
बस एक परिचय रह गया
हे भगवंत...
मुझसे मै अपरिचित रह गया l
✍️ प्रभाकर, मुंबई ✍️