New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

अपरिचित

सबसे पहचान हो गई
सबसे नाता जुड़ गया
जो कुछ मेरा है और नहीं भी है
उससे परिचय हो गया
सब मेरे आँखों के सामने
मेरे विचार कल्पनाओ मे
मेरे करीब
मेरे आस-पास
मेरे ह्रदय में
सारी कायनात का परिचय हो गया
बस एक परिचय रह गया
हे भगवंत...
मुझसे मै अपरिचित रह गया l

✍️ प्रभाकर, मुंबई ✍️




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

डाॅ पल्लवी "गुंजन" said

मुझसे मै अपरिचित रह गया - बेहतरीन पंक्तियाँ शानदार रचना

प्रभाकर replied

आपकी समीक्षा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद पल्लवीजी सादर प्रणाम 👏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत खूब आदरणीय प्रभाकर सर जी एक शानदार और लाज़वाब अभिव्यक्ति, हर रविवार को आपकी रचना का इंतज़ार रहता है आज भी था, पढ़कर धन्य होगया, आपको सादर प्रणाम - आपकी अपनी एक अलग स्वतंत्र एवं यूनिक लेखन शैली है जिसमे कवी स्वयं की तलाश करता हुआ नज़र आता है और उस तलाश को आप जिस अंदाज़ में कलमबद्ध करते हैं वह एक दम बेहतरीन होता है हार्ट टचिंग आपको पुनः प्रणाम आदरणीय

प्रभाकर replied

क्या कहूं अशोकजी, आपकी समीक्षा पढ़कर बहुत अच्छा लगा l आपकी रचना और समीक्षाएँ दोनों से मुझे बहुत प्यार है l हाल ही में कुछ रचनाएँ आपकी पढ़ी कितनी खूबसूरती से आप लिखते है मै निशब्द हो जाता हूँ l आपको बहुत बहुत सादर प्रणाम 👏

Nand Kishor said

Behtreen Abhivyakti

Vineet Garg said

शानदार रचना 👏👏

देवांशी पटेल said

भावनात्मक पहलुओं में विरोधाभास अनायास ही शब्दों का उचित प्रयोग एवं खुद से ऊपर ईश्व को रखना रचना में कलात्मक एवं भावनात्मक दोनों पहलुओं को जोड़ता है

अध्यात्म जगत श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन