वीरता का अपमान सहकर, विष पीकर।
वीर योद्धा क्रोधित होता है।
आँखों में अग्नि जलती है, प्रतिशोध की। रक्त धार से, धरती लाल करता है।
विश्वासघाती के प्राणों को, काल को समर्पित करता है।
एक वीर योद्धा का बलिदान,
कभी व्यर्थ नहीं जाता।
उसकी वीरता की अमर कहानियां,
गाई जाती हैं, दोहराई जाती हैं।
वीर की वीरता का परचम,
आसमान में है सदा लहराता ।