पैरों से चलेंगे तो,
थक जाएंगे,
मन से चलेंगे तो,
भटक जाएंगे,
दिल से चलेंगे तो,
बिखर जाएंगे,
सांसों से चलेंगे तो,
सिमट जाएंगे,
आंखों से चलेंगे तो,
बदल जाएंगे,
बातों से चलेंगे तो,
मचल जाएंगे,
फिर,
फिर थोड़ा ठहरकर,
खुद ही चलते हैं।।
- ललित दाधीच।