Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मज़ा है जीने में

अजीब सी कसक है सीने में,
फिर भी मज़ा है जीने में।

कहो चाहे तुम कुछ भी हम सुन लेंगे,
दिलचस्पी है ग़मों को पीने में।

भूलना चाहते हैं बीते दिनों को,
पर रोजाना दिख जाते हैं आईने में।

भूल कर भी भूल पाते नहीं इन्हें,
और फिर शामिल कर लेते हैं नगीने में।

कभी ख़ुलूस का रिश्ता था जो,
दिखता नहीं अब उसके क़रीने में।

अजीब सी कसक है सीने में,
फिर भी मज़ा है जीने में।

💐 रीना कुमारी प्रजापत 💐




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

Tulsi patel said

मज़ा है जीने में...! 👌🏻👌🏻👌🏻

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks ma'am 🙏

Lekhram Yadav said

बहुत ही खूबसूरत और उम्दा रचना, मेरी प्यारी बहना सुप्रभात सहित सादर नमस्कार। जिस दिन दर्द में जीना सीख जाओगी हर जख्म हर दर्द से निजात पा जाओगी

रीना कुमारी प्रजापत replied

🙏🙏🙏🙏

सुभाष कुमार यादव said

क्या कहने! बहुत खूबसूरत रचना।👌🙏🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

🙏🙏🙏

वन्दना सूद said

बेहद खूबसूरत रचना 👏👏

रीना कुमारी प्रजापत replied

🙏🙏🙏🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

कभी ख़ुलूस का रिश्ता था जो, दिखता नहीं अब उसके क़रीने में bahut khoob ! Kya baat hai mam👌👌 Pranam Sweekar karein 🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत शुक्रिया आपका 😊 प्रणाम 🙏🙏

उपदेश कुमार शाक्यावार said

बेह्तरीन...अजीब सी कसक है सीने में, फिर भी मज़ा है जीने में।

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत आभार आपका 🙏

कमलकांत घिरी said

भूल कर भी भूल पाते नहीं इन्हें, और फिर शामिल कर लेते हैं नगीने में। वाह दीदी जी बहुत ही बेहतरीन एक एक पंक्ति लाजवाब है, एक बार फिर दिल जीत ली आपकी पंक्तियों ने👌👏🙌😊 प्रणाम दीदी जी 🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks bhai, hum khush hai ki meri gazal apka dil jitane mein kaamyaab hui😊🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन