कापीराइट गजल
वजह कोई तो होगी यूं मुस्कुराने की
वो कर रहे हैं कोशिश क्यूं छुपाने की
ऐसी क्या बात है जो हम जानते नहीं
आ रही है बू इस में किसी बहाने की
यूं तो कोई बात तुम छुपाते नहीं हमसे
क्यूं जहमत नहीं उठाई हमें बताने की
आया है नया कोई तेरे प्यार का संदेश
या कोशिश है यह कोई आजमाने की।
तूने उलझन में डाला है हर बार हमें
या साजिश है ये कोई हमें सताने की
छोड़ कर ये बातें अब करो बात
नई
मुस्कुराहट के संग यह जहां बसाने की
तुम्हीं बता दो यादव ये माजरा क्या है
या पहल है यह कोई हमें रिझाने की
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
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