सरसराती हवाएँ, सुनहरा सवेरा,
छाया हुआ है सपनों का आँगन मेरा।
परछाईं बढ़ती हैं, सितारों की राह में,
दिल की धड़कन में बसी है ख्वाहिश एक नयी।
रातों की चाँदनी, दिल को बहुत सहलाती है,
ख्वाबों का जहाँ, मन को बहुत बहलाती है।
गीतों की आवाज, सपनों की बहार,
मेरी ज़िंदगी की राहों में हैं रुकावटें बहुत सारी।
पर आसमान में चमकते हैं तारे,
मेरे दिल की धड़कन, बस तेरे नाम से चलके।
छुपा हुआ है ख्वाबों का जहाँ,
मेरे दिल के क़दमों में है आसमान।
सौ रंग हैं इस जहाँ के रंगीन,
मेरे दिल के रंग, बस तेरे संग हैं।
बातें हैं अनकही, दिल की गहराईयों में,
ख्वाबों का जहाँ, है सपनों की मिठास में।
सुनहरे ख्वाबों की मल्लिका, हूँ मैं,
आसमान की ऊँचाईयों में, हूँ मैं।
चली रहूँ मैं, ख्वाबों की राहों में,
गीतों की मिठास, रातों की महक में।
हर कदम पर हैं नए रंग,
जीवन के सफर में, है नए संग।
ख्वाबों का सागर, दिल की लहराए,
इस नए जीवन की मिठास में बहुत कुछ है।
सपनों की दुनिया में, है खोजों की राह,
जीवन के सफर में, हैं नए राज।
ख्वाबों का सफर, जीवन की मिठास,
हैं नए रंग, नए संग।
-अशोक कुमार पचौरी