तू वीर है बलवान है,
देश का अरमान है,
जो लड़ रहा,ना हार रहा,
तू वो वीर जवान है,
जिसकी एक-एक दहाड़ से,
खिसक रही दुश्मनों के गात,
ना डर तू,ना हार कभी,
अपनी लहू से लिख दे–
एक नई फरमान यहीं,
तू वो वीर जवान है।
टूटे हौसलों से ना डर कभी,ना भाग कही
फिर से आरंभ कर एक नई उड़ान भर,
गिरेगा–हारेगा–ठोकड़े खायेगा,
पर तू बस लड़ता ही जा,
जीत तुम्हारे पग–पग में है।
तू वो वीर जवान है।
तू वीर है,कायर नही,
देश का अभिमान है।
देकर अपना बलिदान,
रच एक नया इतिहास।
जंग में ना तू पीछे हट,
दुश्मनों को ललकार दे।
तान कर सीना सीमा पर,
देश को ये फरमान दे।
तू वीर है,जवान है।
सच्चा शूरवीर की पहचान है।।
🙏जय भारत,जय जवान!❤️
✍️ S.KABIRA

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




