ज़िंदगी की राह में, आएगी तूफान,
चलते रहना है आगे, बिना किसी मातम। अपनी समस्याओं से, स्वयं लड़े,
डरने की क्या बात, जब मन में हो जज्बा।
कठिनाइयाँ आएंगी, रास्ते में रोड़े,
ठोकरें लगेंगी, गिरेंगे हम कई बार।
उठ खड़े होना है, फिर से संभलकर,
नहीं हार माननी, यह है जीत का आधार।
अकेले ही लड़ना होगा, ये युद्ध अपना,
कोई नहीं साथ देगा, हर पल अपना।
विश्वास रखना होगा, अपनी ताकत पर,
तब मिलेंगे जवाब, हर सवाल का।
दुनिया की परवाह ना कर, अपने लक्ष्य पर ध्यान दे,
मन में रख विश्वास, कुछ भी असंभव नहीं। मेहनत करो लगन से, सफलता मिलेगी ज़रूर, बस धैर्य रखना है, और करना है प्रयास और।
कभी-कभी लगेगा, कि सब कुछ खत्म हो गया, लेकिन याद रखना, ये सिर्फ एक मोड़ है।
अंधेरे के बाद, आएगा उजाला,
बस थोड़ा सा इंतजार करना है।
अपनी कमजोरियों से लड़ो, और अपनी ताकत को पहचानो,
तब जाकर तुम, सफलता के शिखर पर पहुंच पाओगे।
तो चलो, अब से हम सभी मिलकर,
अपनी समस्याओं का सामना करेंगे, और जीत हासिल करेंगे।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




