अंतर की ज्वाला
डॉ.एच सी विपिन कुमार जैन
प्रेरणा वो ज्वाला है अंतर की,
जो सुप्त शक्तियों को देती है गति।
ये आलस्य को भगाती, उत्साह जगाती,
हर मुश्किल राह को आसान बनाती।
ये भीतर से उठती एक पुकार है,
कुछ कर गुजरने का ये विचार है।
ये सपनों को देती है नया आकार,
लक्ष्य की ओर बढ़ने का ये है आधार।
ये हार में भी हिम्मत बनाए रखती,
असफलता को भी अवसर में बदलती।
जो थाम लेता है इस ज्वाला का हाथ,
वो छू लेता है सफलता की प्रभात।