मै डरता नही कद्र करता हूँ पत्नी की
कोई फरक नही पडता कि वो कैसी है
सबसे प्यारा रिश्ता उसी का लगता है।
माँ बाप रिश्तेदार भगवान जैसे होते हैं।
रिश्ता निभाने के साथ साथ पूजे जाते है।
भाई बहन के रिश्ते जन्मजात होते हैं।
दोस्ती का रिश्ता भी मतलब का ही होता है।
पर, पत्नी बिना किसी करीबी रिश्ते के होते हुए भी हमेशा के लिये अपने सारे रिश्तो को पीछे छोडकर हमारी हो जाती है और हमारे हर सुख दुख की सहभागी बन जाती है।..आखिरी साँसो तक।..
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद