हंसना हंसाना आता है मुझे,
मुझसे गम की बात नहीं होती,
मेरी बातों में मजाक होता है,
मेरी हर बात मजाक नहीं होती...
एक अच्छी किताब 100 दोस्तों के बराबर होती है...
लेकिन एक अच्छा दोस्त पुस्तकालय के बराबर होता है...
ईश्वर ने हमें मां, बाप, भाई, बहन और
दूसरे रिश्तेदार चुनने की आजादी नहीं दी है...
लेकिन एक अच्छा दोस्त चुनने की आजादी दी है...
आइए अच्छे दोस्त बनाएं...
किसी से कुछ नहीं कहता मैं ,मगर फिर भी...
कहते हैं लोग कि बहुत कुछ कहता हूं मैं...
कुछ कहा तो, न जाने क्या कुछ कहेंगे लोग...
बस यही सोचकर ,अक्सर चुप रहता हूं मैं...
बुराई इसलिए नहीं पनपती कि
बुरा करने वाले लोग बढ़ गए हैं
बल्कि इसलिए बढ़ती है कि
सहन करने वाले बढ़ गए हैं!!!
यूं तो गलत नहीं होते अंदाज चेहरों के...
लेकिन लोग...
वैसे भी नहीं होते जैसे नजर आते है..!!
----अज्ञात [UnKnown]

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




