सेवानिवृत होने के बाद, बाबू झूठ बोल रहा है।
दाढ़ी मूंछ मुड़ाकर,क्लीन शेव हो रहा है।
नियम की पट्टी पढाकर, अफसर से सांठगांठ करके।
खोज रहा है उन फाइलों को, जिनसे होगा मालामाल।
छापे में पकड़ी गई सरकारी फाइलें,
जो छुपा रखी थीं अपने घर में।
घर का भेदी लंका ढाबे,
जैसे बोबे,वैसों पावे।
डंकी लाल डंक को देख,
लोग बहुत खुश थे।
इसके रहते, भ्रष्टाचार का बोलबाला था।
गधे पर बैठाकर, मुंह काला करवाऐं।
गले में एक तख्ती, जरूर लटकवाऐं।
डंकी लाल डंक घूसखोर है।
सरकारी दस्तावेजों का चोर है।